Hindi Lyrics
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो मेरी बांसुरी का गीत हो,
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो मन मीत हो राधे,
मेरी मन मीत हो ..
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो मेरी बांसुरी का गीत हो…
तुम ही ह्र्दय में प्राण में कान्हा….
तुम ही ह्र्दय में प्राण में
निसदिन तुम ही हो ध्यान में
तुम ही ह्र्दय में प्राण में
निसदिन तुम ही हो ध्यान में
हर रोम में तुम हो बसे
तुम श्वास के आहावान में !
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो मन मीत हो राधे,
मेरी मन मीत हो ..
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो मेरी बांसुरी का गीत हो….
हु मैं यहाँ तुम हो वहा राधा,
तुम बिन नही है कुछ यहा
मुझमे धडकती हो तुम्ही तुम दूर मुझसे हो कहा
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो ….
परमात्मा का स्पर्श हो
पुलकित हिर्ध्ये का हर्ष हो
तुम हो समपर्ण का शिखर
तुम ही मेरा उत्कर्श हो
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो ….
हु मैं यहाँ तुम हो वहा राधा,
तुम बिन नही है कुछ यहाँ
मुझमे धडकती हो तुम्ही
तुम दूर मुझसे हो कहा
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो ….
परमात्मा का स्पर्श हो
पुलकित हिर्ध्ये का हर्ष हो
तुम हो समपर्ण का शिखर
तुम ही मेरा उत्कर्श हो
तुम प्रेम हो तुम प्रीत हो ….
Description:
Music : Surya Raj Kamal
Singer : Mohit Lalwani
Music : Bharat Kamal
Lyrics : Shekhar Astitva